झारोटेप का एक शिष्टमंडल मंडल ने अपनी मांगे को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

 

पाकुड़: गायबथान महेशपुर जिला पाकुड़ में झारोटेप का एक शिष्टमंडल मंडल मुख्यमंत्री झारखंड सरकार को झारोटेप के जिला अध्यक्ष अतीकुर रहमान की अगवाई में ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें प्रमुखता के साथ शिक्षकों के निम्नांकित मुद्दे को उठाया गया।छ्ठे वेतनमान की विसंगतियों को उठाया गया एक ही राज्य में दो अलग-अलग नियम सचिवालय कर्मियों को छठे वेतनमान का लाभ प्रदान किया गया लेकिन शिक्षकों और अन्य कर्मियों को अब तक छ्ठे वेतनमान का उत्क्रमण का लाभ अभी तक नहीं मिला हैं। जो न्याय संगत नहीं हैं।झारखंड सरकार योजना सह वित्त विभाग द्वारा संकल्प जारी कर शिक्षकों को समय समय पर मिलने वाला प्रोन्नति का लाभ देय नहीं होगा ऐसा संकल्प जारी किया गया हैं जिसका प्रत्रांक 1167 दिनांक 11/7/2019 हैं। इस संकल्प को जारी होने से शिक्षकों को ग्रेड 2,3,5,6 एवं 8 में मिलने वाले लाभ को रोकने हेतु संकल्प जारी किया गया हैं जो न्याय संगत नहीं हैं। ज्ञात हो की कई वर्षों से राज्य में शिक्षकों की प्रोन्नति नहीं होने के कारण शिक्षक बिना प्रोन्नति के ही सेवानिवृत हो जा रहें हैं जिसके कारण शिक्षकों आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। झारखंड राज्य में उर्दू को द्वितीय राजकीय भाषा का दर्ज प्राप्त होने के बाबजूद यहां उर्दू के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा हैं शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा में वर्ष 2018 तक उर्दू और बंगला लिपि से बी० टी ० की परीक्षा झारखंड अधिविध परिषद रांची द्वारा लिया जाता था लेकिन विगत कुछ वर्षों से इस पर झारखंड अधिविध परिषद रांची द्वारा रोक लगा दिया गया हैं इस संबंध में कई एक बार छात्र-छात्राओं द्वारा जैक को पत्राचार किया गया बावजूद अभी तक इस पर रोक जारी हैं जिसके चलते छात्र छात्राओं को बहुत कठिनाई हो रही हैं। और उर्दू और बंगला के प्रति लगाव कम हो रहा हैं । शिक्षण प्रशिक्षण की परीक्षा में उर्दू और बंगला को पुनः जोड़ा जाएं।झारखंड राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति हेतू वर्ष 2014-15 में विज्ञप्ति जारी कर उर्दू विषयों को पढ़ाने हेतू 4401 सीटों पर नियुक्ति हेतू विज्ञप्ति जारी किया गया था लेकिन पुरे राज्य में सिर्फ 689 शिक्षकों की नियुक्ति 4401 सीटों की विरुद्ध किया गया नये नियामावली में शेष बचे 3712 सीटों को मरणशील कैडर में डाल दिया गया बचे हुए सीटों पर अब भविष्य में उर्दू शिक्षक की बहाली नहीं होगी सीटों को मरनशील करने के कारण झारखंड राज्य में उर्दू विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की घोर कमी हो जाएगी जिसके कारण राज्य में उर्दू के अस्तित्व पर खतरा मंडराना स्वाभाविक हैं। इन पदों के विरुद्ध शिक्षकों को बहाल करने हेतू सरकार निर्णय लें।झारोटेप के शिष्टमंडल में जिला अध्यक्ष अतीकुर रहमान, मिडिया प्रभारी दिलीप कुमार राय ,संयुक्त सचिव श्रवणया कुमार, बसन्त कुमार, अन्य मौजूद थें।

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